पित के रोग 14 से 40 उम्र तक के लोगों को सबसे ज्यादा आते है, जीरे से करे इलाज

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शायद आपके मन मे सवाल आए ये वात -पित्त कफ दिखने मे कैसे होते हैं ??? तो फिलहाल आप इतना जान लीजिये ! कफ और पित्त लगभग एक जैसे होते हैं ! आम भाषा मे नाक से निकलने वाली बलगम को कफ कहते हैं ! कफ थोड़ा गाढ़ा और चिपचिपा होता है ! मुंह मे से निकलने वाली बलगम को पित्त कहते हैं ! ये कम चिपचिपा और द्रव्य जैसा होता है !! और शरीर से निकले वाली वायु को वात कहते हैं !! ये अदृश्य होती है !

कई बार पेट मे गैस बनने के कारण सिर दर्द होता है तो इसे आप कफ का रोग नहीं कहेंगे इसे पित्त का रोग कहेंगे !! क्यूंकि पित्त बिगड़ने से गैस हो रही है और सिर दर्द हो रहा है ! ये ज्ञान बहुत गहरा है खैर आप इतना याद रखें कि इस वात -पित्त और कफ के संतुलन के बिगड़ने से ही सभी रोग आते हैं. और ये तीनों ही मनुष्य की आयु के साथ अलग अलग ढंग से बढ़ते हैं ! बच्चे के पैदा होने से 14 वर्ष की आयु तक कफ के रोग ज्यादा होते है ! बार बार खांसी, सर्दी, छींके आना आदि होगा ! 14 वर्ष से 40 साल तक पित्त के रोग सबसे ज्यादा होते हैं बार बार पेट दर्द करना, गैस बनना, खट्टी खट्टी डकारे आना आदि !! और उसके बाद बुढ़ापे मे वात के रोग सबसे ज्यादा होते हैं घुटने दुखना, जोड़ो का दर्द आदि

जीरा आरोग्य के लिए बहुत ही फायदेकारक औषधि है. राजीव जी ने जीरे के कई फायदे बताये. उन्होंने बताया कि जीरा बहुत अच्छी औषधि है. पित्त के जितने भी रोग है, ये सब जीरे से ठीक हो जाते है. पित्त के जैसे कि पेट में गैस बनना, पेट में जलन होना, खटी डकार आना, भोजन का पाचन नही होना, उलटी होना, उबासिया होना ये सब पित्त के रोग है इन पित्त के रोगों की सबसे अच्छी औषध जीरा है. आधा चम्मच जीरे को आधे कप पानी में मिला लीजिये, पानी को गर्म कर लीजिये. फिर पानी को ठंडा कर लीजिये, इस पानी को चाय की तरह से पी लीजिये और जो जीरा इसमें है इसको चबा के खा लीजिये.

उन्होंने आगे बताया कि नियमित रूप से जीरा अगर आपने लेना शुरू किया तो जीरा पित्त के सभी रोगों को शरीर से दूर कर देगा. पेट में गैस, खट्टी डकारे, भोजन की जो अपच, उलटी आना ये ये सारी चीजें बिलकुल ठीक हो जाएगी. जिनका भी पित्त बिगड़ गया है उनको जीरा खाने कि सलाह दे. एसिडिटी भी पित्त की ही बीमारी है, जीरा के सेवन से वो ठीक हो जाएगी.

जीरे के पानी को ऐसे भी करें यूज :

  1. जीरे के पानी में अपनी मनपसंद सब्जियां डालकर उबाल लें और पिएं।
  2. चावल बनाते समय उसमें जीरे का पानी मिला लें। इससे चावल का टेस्ट बढ़ेगा। साथ ही डाइजेशन भी ठीक रहेगा।
  3. छाछ में जीरे का पानी मिलाकर पीने से गर्मी में होने वाली पेट की तकलीफें दूर होती हैं।

इन 10 लोगो के लिए अमृत है जीरा >>

1- जिन्हें हार्ट प्रॉब्लम का खतरा है : इससे बॉडी में कोलेस्ट्रोल लेवल कम होता है. यह हार्ट प्रॉब्लम से बचाता है

2- जिन्हें डायबटीज की संभावना है : इससे बॉडी में ग्लूकोज का लेवल बना रहता है यह डायबटीज से बचाता है

3- जिन्हें मसल्स पैन है : इस ड्रिंक से ब्लड संचालन ठीक होता है. इससे मसल्स रिलैक्स होती है और पैन दूर होता है.

4- जिन्हें स्किन प्रॉब्लम है : इससे बॉडी के Toxins दूर होते है, यह स्किन प्रॉब्लम जैसे पिम्पल्स से बचाता है

5- जिन्हें डाइजेशन ख़राब है : इसमे मौजूद फाइबर डाइजेशन बढ़ाते है, इससे एसिडिटी जैसी पेट की बीमारी से बचाता है

6- जिनका वजन ज्यादा है : इससे बॉडी का मेटाबोलिज्म बढता है और वजन कम होता है

7- जिन्हें खून की कमी है : इसमें आयरन होता है जो एनीमिया (खून की कमी) से बचाता है

8- जिन्हें Blood Pressure की प्रॉब्लम है : इससे ब्लड संचालन सही से होता है, यह ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल करता है

9- जिनकी नींद कम है : जीरे का पानी पीने से ब्रेन रिलेक्स रहता है और नींद अच्छी आती है

10- जिन्हें फीवर है : जीरे का पानी पीने से बॉडी में ठंडक मिलती है, यह फीवर का असर कम करती है

इस विडियो में देखिए कैसे बनाया जाता है जीरे का पानी >>

मेडिकल डायटीशियन डॉ. अमिता सिंह के अनुसार जीरे की चाय पीने से एसिडिटी कम होती है. वैसे तो सादी चाय से एसिडिटी होती है. लेकिन इसे बनाते समय अगर जीरा मिला दिया जाए तो एसिडिटी की संभावना कम हो सकती है. जीरे की चाय में मौजूद मैग्नीशियम और आयरन जैसे न्यूट्रिएंट्स भी हेल्थ के लिए इफेक्टिव हैं. हम बता रहे हैं रोज जीरे वाली चाय पीने के 10 फायदे.

वजन कम : जीरे वाली चाय पीने से बॉडी में फैट का अब्जोब्रशन कम होता है. जिससे वजन तेज़ी से कम होने लगता है.

हार्ट प्रॉब्लम : इस चाय को पीने से कोलेस्ट्रोल कम होता है जिससे हार्ट प्रॉब्लम से बचाव होता है.

डाइजेशन : जीरे की चाय में मौजूद थायमौल से डाइजेशन इम्प्रूव होता है और कब्ज़ की प्रॉब्लम से बचाव होता है.

कैंसर : इस चाय में क्यूमिनएलडीहाइड होते है जो कैंसर से बचाने में मदद करते है.

एनर्जी : इसे पीने से इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस रहते है और एनर्जी बनी रहती है.

सर्दी-जुकाम : इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते है जो सर्दी-जुकाम से बचाने में फायदेमंद है.

बीमारियों से बचाव : इस चाय को पीने से बॉडी की इम्युनिटी बढती है और बीमारियों से बचाव होता है.

एनीमिया : जीरे की चाय में आयरन की मात्रा अधिक होती है जो एनीमिया (खून की कमी) से बचाने में मदद करता है.

ब्रेन पावर : इसमें विटामिन B6 होते है जो ब्रेन पावर बढ़ाने में मदद करते है. इसे पीने से मेमोरी तेज होती है.

राजीव भाई के इस विडियो में देखिए जीरे के फायदे >>