जानें सफल आदमियों के पीछे सफलता का कारण, क्या करते हैं वो और क्या नही?

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विवेक बिंद्रा जी ने एक छोटा सा मेसेज दिया है जो कि किसी भी कामयाब व्यक्ति की कामयाबी के पीछे होता है. वो कहते हैं कि बहुत बड़े कॉर्पोरेट हाउसेस, बिज़नस ओनर, जो भी बड़े नेता- अभिनेता हैं इनसे मिलते व्यक्त इनकी दिनचर्या को समझने का प्रयास किया

कोई भी व्यक्ति जो सफल है, वो व्यक्ति टीवी तो कभी नही देखता, यह देखा गया कि टीवी आजकल सिर्फ एक एवरेज मेंटेलिटी का व्यक्ति ही देखता है. बुद्दिमान व्यक्ति कभी नही देखता. टेलीविज़न का मतलब है tell-lie-vision. झूठ का डिब्बा है ये टीवी.

एक सर्वे में बताया गया है, कि 90% लोग जो टीवी देख रहे हैं वो संसार को कम वास्तविकता में देख रहे हैं एक सर्वे बताता है कि दिन में एक घंटे से ज्यादा टीवी देखने वाला व्यक्ति उसके ब्रेन की क्षमता, क्रिटिकल थिंकिंग, एनालिटिकल थिंकिंग, अनालिटिकल एबिलिटी, मिसइनफार्मेशन और मिसइंटरप्रिटेशन के कारण उसकी सक्सेस रेश्यो को 80% से ज्यादा घटा देता है. इतना मिसिंफोर्मेर, मिसइन्टरप्रेटेड आज टीवी देख रहा है,और उसका ब्रेन वाशिंग हो रहा है. आज ग्लोबल एडवरटाइजिंग बजट 1400 बिलियन डॉलर का हो गया है, इतने बजट में आप 45 बड़े और 5 छोटे देश खरीद सकते हैं. अगर ये सारे बड़े ब्रांड्स अपने प्रोडक्ट्स को ठीक करने में पैसा लगाते तो ज्यादा अच्छा होता. लेकिन ये सारे बड़े ब्रांड्स आपका माइंड वाश करने में पैसा लगा रहे हैं.

इसलिए टीवी देखना बंद कर दो क्यूंकि बुद्दिमान व्यक्ति टीवी नही देखता, देखना ही है तो यू ट्यूब देखिये क्योंकि यू ट्यूब वो दिखाता है जो आप देखना चाहते हैं. अगर टीवी देखना भी है तो अच्छी बायोग्राफी बेस्ड पावरफुल मूवीज देखिये. वो मूवी देखिये जो आपके जीवन में ग्लोबल लीडर का एक्सेस पॉइंट और रेफरेंस पॉइंट देता है. वो मूवी देखिये जो जिंदगी में आपको J-curve of growth देता है.

प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरुरत नही. विवेक बिंद्रा जी को ही देख लीजिये, वो कहते हैं कि उन्होंने पिछले आठ साल से टीवी नही देखा. लेकिन एक भी कॉर्पोरेट या बिज़नस कांगोल्मरेट ने उन्हें ये नही कहा कि उनकी नॉलेज में कमी आई हो. शायद वो जो थोड़ी बहुत सफलता अपने जीवन में देख रहे है वो उनके टीवी न देखने की वजह से ही हो. उन्होंने अपने मोबाइल में न्यूज़ चैनल की एप्प  जरुर डाउनलोड की है लेकिन उन्हें भी वो बहुत क्विक तरीके से पढ़ते है, 5 मिनट में सारे न्यूज़ का आईडिया लग जाता है. और उसी 5 मिनट के बाद वो अपना फोकस अपने बिज़नस एरिया में लगाते है.

कई बार लोग डर. बिंद्रा जी से उनके बारे ममें पूछते है की आप अपने बारे में बताइए, आप क्या देखते या पढ़ते है. तो वे कहते हैं कि वो लोगों की बायोग्राफी पढ़ते है. ग्रेट ग्लोबल लीडर या स्पोर्ट्स बेस्ड मूवीज बायोग्राफी या बिज़नस बेस्ड मूवीज बायोग्राफी ये पढने में इंटरेस्ट लेटे है क्योंकि इससे आपको उनके थॉट प्रोसेस में एक्सेस मिल जाता है. और उस थॉट प्रोसेस पर जो एक्सेस मिलता है ना वहां से जीवन में रेफरेंस पॉइंट मिल जाता है. अगर वो कर सकते हैं तो आप भी कर सकते है ऐसी एक भावना उत्पन होती है.

कई लोग देखते हैं बिग बॉस जिसमें दूसरों के घरों में झांकते रहते हैं, कि उसके घर में क्या हो रहा है इसके घर में क्या हो रहा है, झाँक कर देखने की ट्रेनिंग दे रहा है बिग बॉस आपको, और वो ही आप अपने मोहोल्ले, रिश्तेदारी और पड़ोसियों के घर में झाँकने की कोशिश करते है और वहीँ से पॉलिटिक्स जेनरेट होती है. जैसे गार्बेज इन गार्बेज आउट, अगर दिमाग में गार्बेज(गंदे विचार) घुसेगा तो गार्बेज ही बाहर आएगा. ऐसे ही नेगेटिव इन नेगेटिव आउट, पोजिटीव इन पोजिटीव आउट. जो अंदर जायेगा वो ही तो बाहर आएगा.

वो कहते है कि पिछले 10 सालों में उन्होंने लगभग 10 पावरफुल मूवीज देखी हैं जिन्होंने उनके जीवन के स्तर को ऊँचा उठाया है, जैसे भाग मिल्खा भाग, चकदे इंडिया, मेर्री कोम, महेंदर सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर द बिलियन ड्रीम्स जैसी मूवीज अगर टीवी पे फिर आएँगी तो वो कहते है, जरुर देखेंगे, नीरजा मूवी एक एयर होस्टेस ने कईयों की जिंदगी को बचा लिया अपनी जिंदगी कुर्बान करके, वो कहते है बार बार देखेंगे.

वो कहते हैं कि सपने देखने वालों के लिए रात छोटी पड जाती है, लेकिन सपना पूरा करने वालों के लिए दिन छोटे पड जाते है. ऐसे लोगों के जीवन को देखिये. वो कहते हैं कि उन्होंने कई हॉलीवुड मूवीज देखी जैसे मोहोम्मद अली, इन्विक्ट्स नेल्सन मंडेला, सोशल नेटवर्क के मार्क जुकेर्बुर्ग और स्टीव जॉब्स इनकी मूवी देखने से उन्हें बिज़नस रेफरेन्स पॉइंट मिले कि जब वो कर सकते हैं तो हम क्यूँ नही कर सकते. वहां से एक्सेस मिले,

और रिसेंटली जॉन ग्रिसेर ने हॉलीवुड में एक इंडियन सन्यासी के ऊपर मूवी बनाई है जिसका नाम हरे कृष्णा, ये बहुत ही कमाल के ग्लोबल लीडर निकले सिर्फ 40 रूपी लेकर अमेरिका चले गये सिर्फ एक भागवत गीता हाथ में लेकर. और ग्लोबल मूवमेंट तैयार कर दिया. इनकी मूवी आ रही है 15 दिसम्बर को. ये एक ग्लोबल विज़न रखने वाले लीडर हैं. इन्होने इसकोन की स्थापना की. शायद आप में से कोई इसकोन के बारे में जानता हो. शीला प्रभुपाद जिन्होंने ग्लोबल मूवमेंट तैयार किया हजारों सेन्टर तैयार किये जहां ये भगवत गीता पढाई जाती थी.

ये पहले हॉलीवुड में बनी थी अब इंडिया आई है. ऐसी पावरफुल मूवी देखने से इन लोगों के विज़न के बारे में समझ में आता है. जो आप अपने जीवन में उतार कर तुरंत सीख सकते हैं. ग्लोबल लीडर जीवन में इम्प्लीमेंटेशन पे काम करते है न कि इनफार्मेशन पर. इनफार्मेशन तो बहुत है इम्प्लीमेंटेशन पे काम काम करना शुरू कीजिये आज ही टीवी देखना छोड़ दीजिये हो सके तो टीवी को उठा के बेच दीजिये. अपनी जिंदगी को बचाइए. पावरफुल बायोग्राफी बेस्ड मूवीज देखिये.

याद रखिये टीवी आपको वो दिखता है जो टीवी दिखाना चाहता है, यू ट्यूब पे आप वो देखते हैं जो आप देखना चाहते हैं.

इस विडियो में देखिये, और क्या कहा उन्होंने >>