इस क्रांतिकारी तकनीक से अब किसान कर सकते हैं एक घंटे में 250 पौधों की बुआई, होगी तीन गुना तक लगात में बचत

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हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। देश मे ७० फीसदी अाबादी कृषको की है। और गर्व की बात यह है की कृषिकार्यों में ७०-८० फीसदी योगदान महिलाओं का भी है। जहां एक तरफ पुरुष मशीनों से होन वाले काम संभालते हैं, वहीं दूसरी तरफ महिलाएं हाँथ से होने वाले काम कर रहीं हैं जैसे की-निराई, गोंडाई, बोवाई इत्यादी। इसमें भी जिन किसानों के खेतों का विस्तार बड़ा है और जिनका मुख्य व्यवसाय खेती है उनके लिए बोवाई का मौसम अति व्यस्तता मे बितता है। इसका मुख्य कारण है मजदूर का न मिलना। ऐसे समय पर काम और बढ़ जाता है एवं बोवाई में भी देरी हो जाती है। जिसका असर फसल के अागे मिलने वाले उत्पादन पर पड़ता है। बोवाई के मौसम में जो मजदूर मिलते भी है वे बहुत अधिक कीमत मांगते हैं।

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Video credit :ETV Rajasthan

हाँथ से होने वाली बोवाई से शारीरिक तकलीफ का भी सामना करना पड़ता है जैसे कि -कमरदर्द, हाँथ-पाँव और घुटने का दर्द। हाँथ से होने वाले बोवाई के काम मे महिलाएं भी सक्रिय हैं इसलिए पुरुषों के साथ साथ उन्हें भी इन सारी तकलीफों का सामना करना पड़ता है और समय भी ज्यादा लगता है।

इसी क्रम मे एक प्रायोगिक तरीका खोजा गया है। एक ऐसी तकनीक जिससे १ घंटे में जहाँ हाँथ से १०० से १५० पौधे लगते हैं अब २०० से २५० पौधे बोये जा सकेंगे। इससे टमाटर, मिर्च,प्याज़,बैंगन इत्यादी जैसे पौधे बोये जा सकेंगें।

इस यंत्र के प्रयोग से:-
– खड़े खड़े बोवाई होगी और झुकना नही पड़ेगा क्योंकि हाँथ से की जाने वाली बोवाई मे १ घंटे में औसतन ३० से ३५ बार झुकना पड़ता है।
– शारीरिक श्रम कम हो जाएगा।
– थकान कम होगी।
– काम ज्यादा होगा क्योंकि काम करने की रफ़्तार बढ़ जाएगी।
– मजदूर कम लगेंगे क्योंकि १ यंत्र को ज्यादा से ज्यादा २ लोगो की जरूरत पड़ेगी। इसके कुछ तुलनात्मक आंकड़े इस प्रकार हैं।

हाँथ से होनेवाली बोवाई:
१ मजदूर का १ दिन का खर्चा- ₹ २००
२ मजदूर का ३ दिन का खर्चा-₹ १२००
३ दिन में औसतन २५०० पौधों की रोपाई

रोपाई यंत्र से होनेवाली बोवाई:
2 मजदूर का १दिन का खर्चा- ₹४००
१ दिन में औसतन २००० से २५०० पौधों की रोपाई

रोपाई यंत्र से होने वाली बोवाई से ३ गुना दाम कम हो जायेगा। इसका सबसे ज्यादा फायदा बड़े पैमाने पे होने वाली खेती पर होगा। परम्परागत तरीके से होने वाली रोपाई में 1 दिन में १०० से २०० पौधे लगेंगे फिर दूसरे दिन और १०० या २०० और अगले और पौधे लगाये जाएंगे। इस तरह ज़ाहिर है की सारे पौधे का विकास एक साथ नही होगा और अंततः उत्पाद भी १साथ प्राप्त नहीं होगा। जबकि रोपाई यंत्र से २००० पौधे एक साथ फल देंगे।

और इस यंत्र की सबसे बड़ी खूबी यह है की यह गृह विज्ञान महाविद्यालय के पारिवारिक विभाग में मात्र २००० से २५०० रुपये में ख़रीदा जा सकता है।

Contact Dr Hemu chaudhari , Mobile No. – 09571306661 , Grah Vigyaan Mahavidyalaya, Udaipur for buying the easy planter machine.

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