इन कारणों से आपको छोड़ना होगा फ्रिज का पानी और पीना होगा मटके का पानी

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पानी का हमारे जीवन में काफी महत्व है। दिन में एक बार खाने के बिना तो रहा जा सकता है लेकिन पानी के बिना रहना काफी मुश्किल होता है। आजकल ज्यादातर घरों में पानी को साफ करने के लिए फिल्टर लगे होते हैं। गर्मी के मौसम में पानी को ठंडा करने के लिए फ्रिज का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन फ्रिज का पानी पीने से जोड़ों की समस्या हो जाती है और ज्यादा ठंडा पानी पीने से गला खराब हो जाता है तो ऐसे में फ्रिज की जगह मटके का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें पानी रखने से वह ठंडा भी हो जाएगा और फिल्टर करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। इसके अलावा मटके का पानी पीने से सेहत को कई फायदे भी होते हैं।

फ्रिज का ठंडा पानी आप कभी मत पीना ! आपको अगर पीना है तो आप मिट्टी के घड़े का पानी पिये ! क्योंकि मिट्टी के घड़े मे रखे पानी को आप जब भी चैक करेंगे उसका तापमान 36 डिग्री 35 डिग्री 33 डिग्री के आस पास होगा ! और जैसा  आपके शरीर का तापमान 37 डिग्री है  तो घड़े का पानी का तापमान और आपके शरीर का तापमान लगभग बराबर बैठता है ! इसलिए सदियो पहले हमारे आयुर्वेद मे कहा गया घड़े का पानी अच्छा ! इसलिए हमारे देश मे सदियो से लोग मिट्टी के घड़े का पानी पीते आए !

– फ्रिज में रखा पानी पीने से सेहत को कई तरह के नुक्सान होते हैं ऐेसे में मटके में पानी रखना चाहिए। इससे पानी ठंडा रहता है और इससे शरीर को कई फायदे भी होते हैं।
– फ्रिज में पानी को ठंडा करने के लिए उसे प्लास्टिक की बोतलों में रखा जाता है जिससे प्लास्टिक की अशुद्दियां पानी में इकठ्ठी हो जाती हैं जिससे कई तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है। इससे बचने के लिए मिट्टी के घड़े का इस्तेमाल करना बेहतर रहता है। – पुराने समय में पानी को साफ करने के लिए फिल्टर नहीं होते थे और लोग ज्यादातर मटकों में ही पानी भर कर रखते थे जिसमें पानी साफ और ठंडा रहता था। मिट्टी में कई रोगों से लड़ने की क्षमता होती है इसलिए मटके में रखा पानी पीने से शरीर बीमारियों से दूर रहता है। 

– कई लोग खाने के तुरंत बाद पानी पी लेते हैं। गर्मियों में फ्रिज में रखा ज्यादा ठंडा पानी पीने से पेट की पाचन शक्ति खराब हो जाती है ऐसे में मिट्टी के घड़े में रखे पानी का इस्तेमाल करें।  – गर्मियों में धूप से आकर पानी पीने की इच्छा होती है और व्यक्ति फ्रिज में से ठंडा पानी निकाल कर पी लेता है जिससे गले में खराश, सूजन और दर्द होने लगती है। ऐसे में फ्रिज की बजाए मटके का पानी पीने की आदत डालनी चाहिए।

मित्रो छोड़िए इन सब बातों को मूल बात ये है मिट्टी का घड़ा इस देश मे करोड़ो गरीब कुम्हारों द्वारा बनाया जाता है ! लेकिन जबसे प्रेशर कुकर, पलास्टिक की बोतले, थर्माकोल के गिलास आदि आने शुरू हुये है देश के करोड़ो गरीब कुम्हारों का रोजगार छिन गया है ! बेचारा गरीब कुम्हार मिट्टी के दीपक भी नहीं बेच पता क्योंकि हम सब दीवाली के त्योहारो पर चीनी लाईट खरीदकर पहले लक्ष्मी चीन को दे देते है और दीवाली की रात पुजा करते है की लक्ष्मी हमारे घर आए !!

मित्रो आप सब अगर दुबारा से घड़े का पानी पीना शुरू करेंगे तो गरीब कुम्हारों का घड़ा बिकेगा ! फ्रिज का ठंडा पानी नहीं पिएंगे तो आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा गरीब कुम्हारों को रोजगार मिलेगा !! सरकार के भरोसों इस देश की किसी भी समस्या का समाधान नहीं होने वाला !लेकिन इस देश की जनता अपने सतर पर बहुत सी समस्याओ का समाधान कर सकती है !! आओ हम सब मिलकर गरीब कुम्हारों के sale promoter बन जाए ! और इस पोस्ट अधिक से अधिक को share कर उनका माल बिकवाएं !

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