जानिए क्यों हुआ था फ्रिज का अविष्कार ? हमारे देश के लिए अनुकूल नहीं है

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रेफ्रिजरेटर एक ऐसी वस्तु है जिसमें रखी हुयी कोई भी वस्तु को न तो सूर्य का प्रकाश मिलता है और न ही हवा रेफ्रिजरेटर के काम करने के कुछ बुनियादी सिद्धांत है ये सिद्धांत यह है कि वह आपके कमरे से नीचे का टेम्परेचर पैदा करेगा अब यह प्राकृतिक तरीके से तो नही हो सकता क्यूंकि हमारा रूम टेम्परेचर तो 25 डिग्री होता है तो इसके लिए उसे प्रकृति के विरुद्ध जाना पड़ेगा तो उसके लिए कुछ एक्स्ट्रा एफर्ट लगेंगे

तो रसायन शास्त्र में ऐसी गैस जो तापमान को कम करने में काम आए उन गैसों का इस्तेमाल रेफरीजरेटर करेगा और ऐसी एक दो नही ऐसी 12 गैसों का इस्तेमाल रेफ्रिग्रटर करता है जिनको विज्ञानं की भाषा में CFC यानि क्लोरो फ्लोरो कार्बन कहते हैं जिसमें क्लोरीने भी है फ़्लोरिन भी है और कार्बन डाई ऑक्साइड

जिसने विज्ञानं नही पड़ा हो तो कभी डिक्शनरी उठा के देखें क्लोरीन के आगे लिखा होगा जहर और फिर फ़्लोरिन देखें अत्यंत जहर और कार्बोन डाई ऑक्साइड तो जहर का बाप, आप जानते ही हैं कि जब हम सांस बाहर छोड़ते हैं तो हम कार्बोन डाई ऑक्साइड ही छोड़ते हैं अगर हम कार्बोन डाई ऑक्साइड को नही छोड़ेंगे अंदर ही रखेंगे तो मरने में देर नही लगेगी और फ्रीज तो खेल ही कार्बोन डाई ऑक्साइड से रहा है. अगर हमें स्वस्थ रहना है तो कार्बोन डाई ऑक्साइड छोड़ना ही पड़ेगा और ऐसी ही केटेगरी में आती हैं क्लोरिन और फ़्लोरिन और फ्रीज हर समय ऐसी ही CFC1, CFC2, CFC3,…..CFC12  जैसी 12 गैस छोड़ता है और जो कुछ भी खाना अपने अपने फ्रिज में रखा है वो इन गैस के प्रभाव में आता है आप कितना भी भोजन को ढक के रख लें वो गैस स्टील को तोड कर उसके आरपार निकल ही जाती है हाई प्रेशर वाली गैस होती हैं

इसीलिए कहा गया हैं की यदि आप 2, 3 या 5 घंटे तक रखा हुवा भोजन खा रहे हैं तो आप खाना नही जहर खा रहे हैं बस अंतर यह की एक जहर होता है जो एकदम असर करता है लेकिन यह दीर्गकालीन जहर है जो लम्बे समय के बाद असर दिखाता है. इसलिए आपसे निवेदन है की घर में अगर फ्रिज है तो कम से कम यूज करें या बंद ही कर दें यही कारण है अमीर लोगों को ज्यादा बीमारी होती हैं एक मजदूर आदमी से, क्योंकि मजदूर आदमी गरीबी के कारण फ्रिज अरेंज नही कर पाता. फ्रिज के चक्कर में हम अधिक खाना बना लेते हैं और सुबह का खाना दोपहर को और दोपहर का खाना स्याम को खा रहे हैं और इस चक्कर में खाने के पोषक तत्व का नाश होता रहता हैं

फ्रिज के अविष्कार के पीछे का कारण

इसके पीछे कारण था ठन्डे देशों की आबो हवा -40 डिग्री तक टेम्परेचर होता है इन देशों में, यहाँ के लोग 6 से 9 महीने बर्फ में रहते हैं तो उनका शरीर अकड़ा होता है उनके यहाँ भ्होजन की बहुत कमी होती है तो भोजन को प्रीजर्व करने के लिए उन्होंने ऐसी मशीन बनाई जिससे कि वे अपने हिसाब से टेम्परेचर को कम या ज्यादा कर सकें

प्रकृति के हिसाब से ऐसा करना मुश्किल था इसलिए उन्होंने मशीन बनाई जिसे हम फ्रिज कहते हैं बहुत साडी दवाई अलोपेथिक में ऐसी है जो अधिक टेम्परेचर पर भी खत्म हो जाती है और कम टेम्परेचर पर भी, तो उन दवाइयों को सही रखने के लिए एक ऐसी डिवाइस बनाई गयी जिससे टेम्परेचर को कंट्रोल रख सकें और इसे ही फ्रीज कहते हैं

तो इसका अविष्कार दवाइयां रखने के लिए हुवा था ना कि सब्जी दाल और अन्य भोजन, यह मिलट्री के लिए बनाया गया ताकि उनके सैनिक चुस्त दरुस्त रह सकें और सही समय पर उन्हें दवाई मिल सके और यूरोप अमेरिका जैसे देश जहां 6 से 9 महीने बर्फ गिरेगी वहां हर चीज जरुरत की समय पर नही मिलेगी अगर वहां ठण्ड के समय में आलू टमाटर गाजर चाहिए तो नही मिलेगी सिर्फ चारों तरफ बर्फ ही मिलेगी तो कुछ नही मिलेगा तो वहाँ इन चीजों को सुरक्षित रखने के लिए फ्रीज का इस्तेमाल होता है जब वहां ये चीजें मिलती हैं तो उनको 8-9 महीने तक स्टोर करने के लिए फ्रीज का इस्तेमाल होता है

दुःख की बात तो ये है कि हमारे देश में जिन्होंने CFC की केमिस्ट्री पड़ी है वो लोग भी बड़े चाव से इसे अपने घरों में लेकर आ रहे हैं तो उनसे विनती है कि अपने घरों में फ्रीज न लायें और अगर आपके घर नही होगा तो दुसरे भी आपकी बात मानेंगे नही तो कोई नही सुनेगा

इस विडियो में जानिए फ्रिज का पूरा सच >>