आजकल गली-गली में चाइनीज फूड मिलने लगा है. लोग अक्सर रोड साइड स्ट्रीट शॉप से या फिर आसपास के चाइनीज रेस्टॉरेंट में जाकर चाइनीज फूड खाते हैं. आमतौर पर इंडिया में बनने वाले चाइनीज फूड्स काफी स्पाइसी होते हैं. हमारे यहां चाइनीज फूड्स में जो इन्ग्रीडिएंट्स डाले जाते हैं, उन्हें ज्यादा मात्रा में लेने पर हेल्थ को नुकसान भी पहुंच सकता है. 10 बातें जो चाइनीज फूड खाने से पहले जरूर जान लेनी चाहिए.
ऍमएसजी से होता है नुकसान – चाइनीज फ़ूड में डाला जाने वाला सोडियम ग्लूटामेट या ऍमएस जी जिसे आम्म भाषा में अजीनोमोटो कहा जाता है, सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है. इसलिए ज्यादा न खाएं.
बी.पी. के पेशेंट करें अवॉयड – इसमें काफी ज्यादा साल्ट यूज होता है. इंडियन फ़ूड की तुलना में 40% ज्यादा सोडियम होने से ये बीपी के पेशेंट के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट्स – चाइनीज फूड्स में मैदे के नुडल्स और चावल का ज्यादा यूज होता है. ये हाई कार्बोहाइड्रेट्स वाले फ़ूड इनडाईजेशन, मोटापा, डायबिटिज जैसी प्रॉब्लम पैदा कर सकता है.
एपेटाईजर्स और सूप लें – चाइनीज फ़ूड खाने से पहले सूप और एपेटाईजर्स लें. ये हेल्दी आप्शन है और इससे आप ज्यादा हैवी फ़ूड लेने से बच सकते है.
सॉस का लिमिटेड यूज करें – चाइनीज सॉस जैसे सोया सॉस, होइसिन वगैरह में नमक और शक्कर की मात्रा ज्यादा होती है. इसलिए इनका इस्तेमाल कम करें.
लाइट डिश का चुनाव करें – चाइनीज फूड्स में उन डिशेस को प्रिफर करें जिनमे वेजिटेबल ज्यादा यूज किये जाते है.
नॉनवेज डिश न खाएं – चाइनीज नॉनवेज डिशेज डीप फ्राई की जाती है और इनमें सॉस की मेरिनेटिंग होती है इससे वेट गेन, एसिडिटी जैसी प्रॉब्लम हो सकती है.
भांप में पकाई डिशेज खाएं – मोमोज जैसी कई चाइनीज डिशेज भाप में पकाई जाती हैं. ये कम कैलोरी वाली होती है. इन्हें प्रिफर करें.
कैलोरी काउंट करें – चाइनीज डिशेज में फैट और कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है इसके कारण वजन बढ़ सकता है. इसलिए इन्हें संभलकर ही खाएं.
स्ट्रीट फ़ूड अवॉयड करें – सड़क किनारे बिकने वाले चाइनीज फूड्स ममें घटिया क्वालिटी का सॉस और अन्य चीजें यूज की जाती है. इनसे नुकसान हो सकता है.