बहुत फ़ायदेमंद है आम का पत्ता! कर सकता है कई गंभीर बीमारियों का खात्मा, जानिए कैसे

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आम के फल को शास्त्रों में अमृत फल माना गया है इसे दो प्रकार से बोया (उगाया) जाता है पहला गुठली बोकर उगाया जाता है जिसे बीजू या देशी आम कहते हैं। दूसरा आम का पेड़ जो कलम द्वारा उगाया जाता है। इसका पेड़ 30 से 120 फुट तक ऊंचा होता है। इसके पत्ते 10 से 30 सेमी लम्बे तथा 2.5 से 7 सेमी चौडे़ होते हैं। आम के फूल देखने में छोटे-छोटे और हरे-पीले होते हैं। वसंत ऋतु में फूल (मौर) और ग्रीष्म ऋतु में फल उगते हैं। इस पेड़ के सभी भाग दवाइयों के रूप में प्रयोग किए जाते हैं।

आम को फलों का राजा कहते हैं. आम खाने में बहुत मीठा और स्वादिष्ट होता है. लेकिन क्या आपको पता है गर्मियों के मौसम में होने वाले आम के स्वास्थ्य संबंधी भी कई फ़ायदे होते हैं! यह बड़ी से बड़ी बीमारी को ठीक करने में बेहद लाभकारी माना जाता है. मोतियाबिंद, तनाव, मोटापा और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को भी यह खत्म कर सकता है.

सिर्फ़ आम नहीं बल्कि आम का पत्ता भी बहुत लाभदायक माना जाता है. इसके पत्ते में अनेकों प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कई तरह के रोगों का इलाज करने में काम आते हैं. इसके पत्तों में मैगीफेरिन, गैलिन, एसिड और पॉलीफिनाल्स जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं. आम का पत्ता डायबिटीज़, अस्थमा के अलावा अन्य कई बीमारियों का इलाज कर सकता है. तो आईये जानते हैं आम के पत्ते के इस्तेमाल से होने वाले फ़ायदे के बारे में.

सांस संबंधी परेशानी – अगर किसी व्यक्ति को सांस संबंधी कोई परेशानी है तो उसके लिए आम के पत्ते काफी लाभकारी माने जाते हैं. अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति अगर आम की पत्तियों का काढ़ा बना कर पिए तो उसे काफी आराम मिलेगा. अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को सांस लेने में तकलीफ़ होती है और ऐसे में यह काढ़ा रामबाण का काम करता है.

शुगर और पथरी में – आम के पत्ते में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं. यह व्यक्ति के बढ़े हुए शुगर को कंट्रोल कर सकता है. इसके लिए आपको आम के पत्तों को सुखाकर उसका पाउडर बनाना होगा और फिर उस पाउडर का नियमित सेवन करना होगा. ऐसा करने पर कुछ ही दिनों में आपका शुगर कंट्रोल हो जाएगा. इतना ही नहीं, इसका पाउडर पथरी में भी बहुत लाभदायक होता है. इसके सेवन से कुछ दिनों में ही पथरी शरीर से बाहर निकल जाती है.

ब्लडप्रेशर में – जिनको ब्लडप्रेशर की समस्या होती है उन लोगों के लिए भी आम की पत्तियों को बहुत लाभदायक माना जाता है. ब्लडप्रेशर की समस्या से पीड़ित व्यक्ति यदि आम के पत्तों को पानी में उबालकर इससे स्नान करे तो उसे इस समस्या से जल्द छुटकारा मिल सकता है.

हिचकी में – हिचकी शुरू हो जाने पर जल्दी रूकती नहीं है. ऐसे में आम का पत्ता बहुत मदद कर सकता है. हिचकी रोकने के लिए अगर व्यक्ति आम की पत्तियों को उबालकर उससे गरारे करे तो हिचकी की समस्या दूर हो जाती है.

इन्फेक्शन में – आम की पत्तियां ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारियों का भी खात्मा कर सकती है. अगर व्यक्ति रोज़ खाली पेट आम की नर्म ताज़ा पत्तियों को तोड़कर उसका सेवन करे तो ट्यूमर से भी छुटकारा पाया जा सकता है. एंटी बैक्टीरियल गुण के कारण यह इन्फेक्शन से भी बचाता है.

हानिकारक प्रभाव (Harmful effects) – अधिक मात्रा में कच्चे आम का सेवन करने पर वीर्य में पतलापन, मसूढ़ों में कष्ट, तेज बुखार, आंखों का रोग, गले में जलन, पेट में गैस और नाक से खून आना इत्यादि विकार उत्पन्न हो जाते हैं। खाली पेट आम खाना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। भूखे पेट आम नहीं खाना चाहिए। आम के अधिक सेवन से अपच की शिकायत होती है। रक्त विकार, कब्ज बनती है। अधिक अमचूर खाने से धातु दुर्बल होकर नपुंसकता आ जाती है।