नमस्कार दोस्तों, आपका हमारी वेबसाइट पर एक बार फिर से बहुत बहुत स्वागत है. तो दोस्तों जैसे कि आप जानते ही है कि इस साईट में आपको राजीव दीक्षित जी द्वारा बतायी गयी हर प्रकार की घरेलू औषधिया एवं नुस्खे मिलते है. तो आज भी हम आपको राजीव जी की एक बेहद ही आवश्यक औषध बताने जा रहे है. विज्ञानिको की खोज के अनुसार और उनके एक्सपेरिमेंट्स के चलते अब हमारे देश में भी गाय के गोबर से गैस का निकलना पॉसिबल हो गया है. गाय के गोबर से जो गैस निकलती है, उसको मीथेन गैस कहा जाता है. इस मीथेन गैस से गाडियां, स्कूटर, कार, बस आदि सब तरह के वाहन चल सकते है.
अक्सर हमने देखा है की गाडियां अधिकतर LPG से चलती है. जिन्हें हम सिलिंडर में और कार में भी इस्तेमाल करते है. अगर हम LPG की जगह गोबर गैस भर दे यानि मीथेन गैस भरदे, तो भी हम गाड़ी आसानी से चला सकते है. दिल्ली में आईआईटी में ऐसी 4 गाड़ियां हैं, जिनमें गाय के गोबर की गैस रोज भरी जाती है, और वह दिनभर दिल्ली में घूमती है. ये गाड़ियां एक दिन में आराम से ढाई सौ से तीन सो किलो मीटर चलती है. एक सिलिंडर में कम से कम सात से आठ किलो गोबर गैस समा सकती है.
LPG का सिलेंडर लगभग 5 लोगों के सदस्य को महीने भर तक खिला सकता है . वही 7 किलो वाले गाय के गोबर वाले गैस के सिलिंडर से निकला हुआ गैस भी 5 लोगों का भोजन एक महीने तक बना सकता है. अगर हम गाय के गोबर में से गैस निकाल कर एक बड़ा बिजनेस इस देश में शुरू कर दें तो, एक भी गाय कसाई खाने में कटने के लिए नहीं जाएगी. गाय का मूत्र और गैस दोनों ही बहुत उपयोगी है. गो मूत्र का प्रचार टेलीविज़न वगेरा पर नही होता इसलिए लोग इसके प्रति जागरूक नही है. आप इसको खुद अपने जीवन में उपयोग करके देखें और दूसरों को इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा प्रचार करें तो बहुत अच्छे परिणाम सामने आएंगे.
राजीव भी ने सुप्रीम कोर्ट में एक मुकदमा किया था कि गाय की हत्या नहीं होनी चाहिए, क्योकि गाय को बचाने से देश को करोड़ो का फायदा है, और सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए कसाई लोग भी आए थे, जिन्होंने बताया कि एक गाय को कतल करके 7000-1000 रुपया मिलेगा, और ये दूध नहीं देती तो अब उसका कोई फायदा नहीं, हम इसको कतल कर के इनकम ले रहे है, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए उपयोगी है. जब उनका पक्ष ख़त्म हो गया तो राजीव भाई ने अपना पक्ष रखते हुए गाय से प्राप्त होने वाली चीजों का कोर्ट में जज को अर्थशास्त्र बताना शुरू किया. जिसमे एक गाय से करोड़ो इनकम हो सकती है. उस सब में से हम सिर्फ गाय के गोबर वाले तर्क की बात करेंगे. पूरी जानकारी के लिए आप निचे दिया विडियो देख सकते है कि क्या हुआ था सुप्रीम कोर्ट में.
इस विडियो में देखिए सुप्रीम कोर्ट में राजीव भाई और कसाईयों की बहस >>
जापान में TOYOTA कार बनाने वाली कंपनी ने गोबर गैस से चलने वाली कार बनाना शुरू कर दिया है, जो आप निचे दिए गए विडियो में देख सकते है >>
राजीव भाई ने जज को बताया कि इसी गाय के गोबर से एक गैस निकलती है जिसे मैथेन कहते हैं और मैथेन वही गैस है जिससे आप अपने रसोई घर का सिलेंडर चला सकते हैं और जरूरत पड़ने पर 4 पहियो वाली गाड़ी भी चला सकते हैं. तो जज विश्वास नहीं हुआ ! तो राजीव भाई ने कहा आप अगर आज्ञा दो तो आपकी कार मे मेथेन गैस का सिलेंडर लगवा देते हैं !! आप चला के देख लो ! उन्होने आज्ञा दी और राजीव भाई ने लगवा दिया ! और जज साहब ने 3 महीने गाड़ी चलाई ! और उन्होने कहा its excellent ! क्यूंकि खर्चा आता है मात्र 50 से 60 पैसे प्रति किलोमीटर और डीजल से आता है 4-5 रुपए प्रति किलोमीटर ! मेथेन गैस से गाड़ी चले तो धुआँ बिलकुल नहीं निकलता ! डीजल गैस से चले तो धुआँ ही धुआँ !! मेथेन से चलने वाली गाड़ी मे शोर बिलकुल नहीं होता ! और डीजल से चले तो इतना शोर होता है कि कान फट जाएँ !! तो ये सब जज साहब की समझ मे आया !!
तो फिर राजीव भाई ने कहा कि रोज का 10 किलो गोबर एकठ्ठा करे तो एक साल मे कितनी मेथेन गैस मिलती है ?? और 20 साल मे कितनी मिलेगी क्योकि गाय 20 साल से आसपास जीती है और भारत मे 17 करोड़ गाय है सबका गोबर एक साथ इकठ्ठा करे और उसका ही इस्तेमाल करे तो 1 लाख 32 हजार करोड़ की बचत इस देश को होती है ! बिना डीजल, बिना पट्रोल के हम पूरा ट्रांसपोटेशन इससे चला सकते हैं ! अरब देशो से भीख मांगने की जरूरत नहीं और पट्रोल डीजल के लिए अमेरिका से डालर खरीदने की जरूरत नहीं !! अपना रुपया भी मजबूत ! तो इतने सारे calculation जब राजीव भाई ने बंब्बाड कर दी सुप्रीम कोर्ट पर तो जज ने मान लिया गाय की ह्त्या करने से ज्यादा उसको बचाना आर्थिक रूप से लाभकारी है !
इस विडियो में देखिए कैसे आप घर पर इसका छोटा प्लांट बना सकते है >>