हमारी बॉडी में फैट जमा होने का सबसे बड़ा कारण मेटाबॉलिज्म स्लो होना है. इसके कारण हमारी बॉडी फूड्स से मिलने वाली कैलोरीज को अच्छी तरह एनर्जी में नहीं बदल पाती और यह एक्स्ट्रा कैलोरीज धीरे-धीरे फैट के रूप में बदलकर मोटापा बढ़ाती है.
क्या होता है मेटाबॉलिज्म?
एमपी मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. का कहना है कि मेटाबॉलिज्म हमारी बॉडी में लगातार चलने वाली कैलोरी बर्निंग प्रोसेस है जिससे फूड डाइजेस्ट होकर एनर्जी में बदलता रहता है. हमारी बॉडी को फिट और हेल्दी रखने के लि मेटाबॉलिज्म बेहतर होना जरूरी है. मेटाबॉलिज्म अच्छा नहीं होगा तो बॉडी में फैट जमा होने लगेगा और मोटापा, डायबिटीज, हाई BP, हार्ट डिजीज जैसी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं.
कैसे तेज होगी फैट बर्निंग प्रोसेस?
एम्स की असिस्टेंट डाइटीशियन के मुताबिक डाइट में कुछ हेल्दी फूड्स शामिल करने से मेटाबॉलिज्म बेहतर किया जा सकता है. मेटाबॉलिज्म बेहतर होने से बॉडी में फैट बर्निंग प्रोसेस तेज होगी और मोटापा घटाने में मदद मिलेगी.
जानिए मेटाबॉलिज्म बेहतर करके फैट बर्निंग प्रोसेस तेज करने वाले 10 फूड्स के बारे में >>
ग्रीन टी – जिनेवा युनिवेर्सिटी की स्टडी के मुताबिक इसके EGCG नामक प्लांट कंपाउंड और एंटीऑक्सीडेंट से फैट बर्निंग प्रोसेस तेज होती है.
काफी – फिजियोलॉजी एंड बिहेवियर में पब्लिश स्टडी के मुताबिक रेगुलर काफी पीने वालों का मेटाबोलिक रेट 16% तक ज्यादा होता है.
लहसुन – ये बॉडी में ग्लुताथियोन नामक एंटीऑक्सीडेंट का प्रोडक्शन बढाकर मेटाबोलिज्म की प्रोसेस तेज करने में मदद करता है.
पालक – इससे बगैर फैट और कम कैलोरी के साथ भरपूर न्यूट्रीएंट्स मिलते हैं इससे मेटाबोलिज्म तेज होता है.
बादाम – इसके हेल्दी फैटस, फाइबर, प्रोटीन और फैटी एसिड मेटाबोलिज्म तेज करने में हेल्पफुल हैं.
एप्पल – एप्पल खाने से इसमें मौजूद फाइबर्स पेट भरा रखते हैं और मेटाबोलिज्म तेज करते हैं.
दही – इसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया, हेल्दी फैट और प्रोटीन डाइजेशन बेहतर करते हैं और मेटाबोलिज्म तेज करने में हेल्पफुल हैं.
बीन्स और दालें – इनमें भरपूर मात्र में पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो मेटाबोलिज्म तेज करते हैं.
हरी मिर्च – इसमें मौजूद काप्सिसिन कंपाउंड और विटामिन C मेटाबोलिज्म तेज करने में हेल्पफुल होते हैं.
क्या है मेटाबोलिज्म – ये हमारी बॉडी में लगातार चलने वाली कैलोरी बर्निंग प्रोसेस है जिससे फ़ूड डाइजेस्ट होकर एनर्जी में बदलता है.
मेटाबोलिज्म स्लो होने से क्या होगा – इससे हमारी बॉडी फ़ूड से मिली पूरी कैलोरी को यूज नही कर पाती. ये एक्स्ट्रा कैलोरी फैट के रूप में जमा होने लगती है.