आजकल जिस तरह से लोगों को लाइफस्टाइल हो गया है, उसमें कब कौन सी बीमारी हो जाए कोई नहीं जानता। डॉक्टर भी मानते हैं कि आजकल बिना किसी प्राथमिक संकेत के लोगों में अचानक गंभीर बीमारियों के लक्षण पाए जा रहे हैं। इन सब बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा और सरल उपाय अपना खानपान हेल्दी रखना और रेगुलर योग-व्यायाम है।
अक्सर जब हमारे हाथ या पैर पर बहुत ज्यादा वजन होता है या हम खचाखच भर वाहनों में सफर करते हैं उस वक्त हमें हाथ-पैरों का सुन्न होना महसूस होता है। कभी-कभी अगर ऐसा होता है तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन वो कहते हैं ना कि अति किसी चीज की अच्छी नहीं होती है। फिर यह तो एक शारीरिक समस्या है। जिन लोगों को अक्सर ऐसा महसूस होता है उन्हें थोड़ा सावधान होने की जरूरत है।
कई लोगों को बैठै बैठे हाथ-पैर सोने यानि कि सुन्न होने की समस्या होती है। इतना ही नहीं सुन्न हाथ या पैर में झनझनाहट, जलन, तेज दर्द और कमजोरी भी महसूस होती है। यह बहुत ही आम समस्या है और हम में से लगभग सभी को कभी-कभी इसका अनुभव होता है।
लगातार हाथों और पैरों पर दबाव, तंत्रिका में चोट, ठंडी चीज को काफी देर तक छूना, बहुत अधिक शराब का सेवन, धूम्रपान, डायबिटीज, थकान, श्रम का अभाव, विटामिन बी या मैग्नीशियम जैसी पोषक तत्वों की कमी जैसे इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन घबराइए नहीं क्योंकि सरल घरेलू उपचार की मदद से इसका इलाज किया जा सकता है।
गर्म सिंकाई :-
सबसे पहले प्रभावित हिस्से पर गर्म पानी का सेक करें। यह सुन्न हिस्से में ब्लड की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह उस हिस्से की मांसपेशियों और नसों को आराम देता है। एक साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर 5-7 मिनट के लिये प्रभावित जगह को सेंके।
ऑक्सीजन में सुधार करें एक्सरसाइज :-
एक्सरसाइज शरीर के विभिन्न अंगों में ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन में सुधार करता है, जिससे हाथ और पैर सहित शरीर के किसी भी अंग में सुन्नपन, झनझनाहट को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा नियमित रूप एक्सरसाइज गतिशीलता में सुधार और कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है।
मसाज :-
हाथ या पैर में सुन्नपन आने पर मसाज इस समस्या से निपटने का सबसे आसान और सरल तरीका है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे सुन्नता में कमी आती है। इसके अलावा यह मसल्स और नसों को प्रोत्साहित कर, समग्र कामकाज में सुधार करता है। अपने हाथों में गर्म जैतून, नारियल या सरसों के तेल लेकर इसे सुन्न हिस्से में लगाकर 5 मिनट के लिए सर्कुलर मोशन में अपनी उंगालियों से मसाज करें। जरूरत पड़ने पर इस उपाय को दोहराये।
दालचीनी :-
दालचीनी में महत्वपूर्ण विटामिन बी के साथ मैंग्नीज और पोटेशियम सहित कई प्रकार के केमिकल और पोषक तत्व होते हैं। यह पोषक तत्व हाथ और पैर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर हाथ और पैर की सुन्नता को दूर करने में मदद करते है। विशेषज्ञ अच्छी तरह से ब्लड सर्कुलेशन के लिए नियमित रूप से 2 से 4 ग्राम दालचीनी लेने की सलाह देते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर नियमित रूप से सेवन करें। या आप एक चम्महच दालचीनी के पाउडर में थोड़ा सा शहद मिलाकर नियमित रूप से कुछ हफ्तों के लिए ले सकते हैं।
हल्दी :-
हल्दी में मौजूद कुरकुर्मीन नाम का तत्व पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण प्रभावित हिस्से में दर्द और परेशानी कम करने में मदद करता है। समस्या होने पर एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिक्स करके हल्की आंच पर पकाएं। फिर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर दिन में एक बार पीने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। आप हल्दी और पानी से बने पेस्ट से प्रभावित हिस्से पर मसाज भी कर सकते हैं।
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