बढ़ती उम्र में बीमारियों को रोकने और लम्बी उम्र के लिए हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के वैज्ञानिकों ने 5 आदतें बताई हैं। इन आदतों का ध्यान रखा जाए तो 50 साल की उम्र में कई गंभीर बीमारियों को होने से रोका जा सकता है। इनमें टाइप-2 डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियां शामिल हैं। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल और हार्वर्ड टीएच चेन स्कूल ऑफ पब्लिक स्कूल ऑफ हेल्थ की यह रिसर्च अलर्ट करने वाली है।
ऐसे हुई स्टडी
हार्वर्ड के शोधकर्ताओं ने 73,196 महिलाएं और 38,366 पुरुषों के हेल्थ डाटा का इस्तेमाल अपनी रिसर्च में किया। रिसर्च में सामने आया कि जिन पुरुषों ने 4 से 5 आदतों को माना वो 50 साल की उम्र में भी 31 साल तक डायबिटिज से मुक्त रहे। वहीं, ऐसी महिलाएं 34 साल की डायबिटीज से दूर रहीं।
जानिए वो पांच बातें जिनका हमेशा ध्यान रखना चाहिए…
1- हेल्दी डाइट: खानपान में फल सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं
वैज्ञानिकों का मानना है, बढ़ती उम्र का असर रोकने में काफी हद तक इंसान के खानपान का रोल होता है। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी का कहना है, हर 4 में से एक मौत हृदय रोग से होती है। इसके अलावा मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और पोषक तत्वों की कमी बीमारियों के बड़े रिस्क फैक्टर है। इन खतरों से बचने के लिए खाने में सब्जियों और फलों की मात्रा बढ़ाने की जरूरत है।
2- वर्कआउट: रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज जरूरी
एक्सरसाइज रोजाना करनी चाहिए। यह वजन को घटाती है और कई तरह की बीमारियों का खतरा भी कम करती है। यह शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है और बढ़ती उम्र का असर भी कम करती है।
3- बीएमआई: शरीर का वजन कंट्रोल में रखें
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ भी कहता है, इंसान का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 18.5 से 24.9 के बीच होना ही आदर्श स्थिति है। 18.5 से कम बीएमआई वाले अंडरवेट की कैटेगरी में आते हैं और 25 से अधिक वाले मोटे कहलाते हैं।
बॉडी मास इंडेक्स एक पैमाना है जिससे इंसान की ऊंचाई और वजन से यह पता लगाया जाता है कि वजन शरीर के मुताबिक अधिक है या कम। वैज्ञानिकों का कहना है, मोटापा कई बीमारियों की वजह बनता है। ऐसे लोगों में टाइप-2 डायबिटीज, कैंसर, सांस की दिक्कत और गॉलस्टोन होने का खतरा बढ़ता है।
4- शराब है खराब: अल्कोहल से दूरी बनाएं
शराब पीने की आदत कई तरह से शरीर को डैमेज करती है। यह ब्रेन, हार्ट, लिवर और पेंक्रियाज पर बुरा असर डालती है। शराब पीने से अल्सर, कैंसर, हृदय रोग जैसी कई गंभीर बीमारियां हो सकती है। इसलिए इससे दूरी ही अच्छी है।
5- नो-स्मोकिंग: धूम्रपान से कर लें तौबा
सीडीसी के मुताबिक, स्मोकिंग कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, लंग डिजीज, डायबिटीज और सीओपीडी का कारण बनती है। इसके अलावा यह टीबी और आंखों की बीमारी का खतरा बढ़ाने के साथ शरीर को रोगों से बचाने वाले इम्यून सिस्टम को भी कमजोर करती है।