फिल्म निर्माता तो बेशक संस्कृति सभ्यता नष्ट करने पर तुले है लेकिन शर्म की बात ये है, देश का आम नागरिक भी राष्ट्र के प्रति अपने दायित्व से पीछे हटता जा रहा है । परिवार के सभी सदस्य साथ बैठकर गंदे गीत सुनते है , ऐसी फिल्मे देखते है जो संस्कृत, सभ्यता नष्ट कर रही है, राजीव भाई ने 20 साल पहले बोला था इस टीवी चैनलो अश्लील गानों फिल्मो से घर मे ऐसी आग लगेगी की हमसे देखा नहीं जाएगा, आज वो आग हर घर मे लगी दिखाई दे रही है लेकिन अफसोस की बात है जिसका घर जल रहा है उसे स्वयं ही पता नहीं
सारी जानकारी लिख पाना असंभव है ये विडियो देखिए >>
दोस्तों जैसा कि विडियो में राजीव भाई ने आपको बताया कि किस तरह पूरा दिन टीवी पर गलत तरीके के विडियो दिखाए जाते है जिसमे नाटक, फिल्म, गाने और विज्ञापन है. जिसे हम अपने परिवार के साथ भी नहीं देख सकते. दोस्तों एक तरफ तो हमारे देश के प्राकर्तिक संसाधन पर लूट चल रही है अलग अलग तरीको से देश लो लुटा जा रहा है. और दूसरी तरफ हमारे देश के युवाओ के का चरित्र ख़राब करने के लिए तरह तरह के विडियो दिखाए जाते है. पूरा परिवार टीवी के सामने बैठा है और गाना चल रहा है तेरी चोली के पीछे क्या है, तू चीज बड़ी है मस्त मस्त. तो दोस्तों सवाल ये खड़ा होता है कि जिन्हें हम परिवार के साथ नहीं देख सकते वो हमें क्यों दिखाए जाते है.