कुछ लोगो का राजीव भाई से हमेसा एक ही सवाल रहता था कि आप चुनाव क्यों नहीं लड़ते ??? राजीव भाई देश के इस पोलिटिकल सिस्टम में जाना देश से गद्दारी समझते थे इसलिये उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा । राजीव भाई एक बात कहते थे कि चुनाव जीतकर पार्लियामेंट में जाकर कभी क्रांति नहीं हो सकती । राजीव भाई ने बड़े बड़े दिगाजो को अपनी आँखों से देखा है जो आँखों में क्रांति और भगावत के सपने लेकर 1977 में पार्लियामेंट में पहुचे थे, आपको तो पता ही होगा 1977 में जे. पी. आन्दोलन के नाम से देश में बहुत बड़ा आन्दोलन हुआ था और उसमे बड़े बड़े क्रांतिकारी लोग थे जो इस देश में नोजवानो में शुरशुरी पैदा कर देते थे । वो सब जैसे ही पार्लियामेंट के अन्दर गुसे उनकी सारी तेजस्विता नष्ट हो गई आज वो किसी काम के नहीं है सिवाये इसके की इस पार्टी का पल्ला पकड़ो उस पार्टी का पल्ला पकड़ो । उनकी जिंदगी की पूरी ताकत अब इसी काम में जा रही है ।
सारी जानकारी लिख पाना असंभव है ये विडियो देखिए >>
ऐसे ऐसे क्रांतिकारी हुए है जो आग उगलते थे लेकिन जब पार्लियामेंट के अन्दर गए तो अब मुह सुख गया है उनका । अगर उनसे कोई सवाल पूछ ले तो वो जवाब नहीं दे सकते। एसलिये इस पार्लियामेंट सिस्टम में कुछ है नहीं । राजीव भाई जे.पी. की एक बात हमेसा याद रखते थे कि “ये पार्लियामेंट में बैठे हुए लोग कुत्ते की तरह से सुखी हडिया चूस रहे है”। राजीव भाई कहते थे कि “इस देश में जब भी कोई क्रांति होगी वो पार्लियामेंट में बाहर होगी, अन्दर नहीं”
राजीव भाई कहते है कि में ज्यादा नहीं कहता अगर कुछ लाख लोग मिल जाये कमिटमेंट वाले जिनको मरने से डर नहीं लगता तो पूरी व्यवस्था बदल देंगे, जो ऐसे लोग है वो मेरा नाम अपनी डायरी में लिखे और अपना नाम मुझे लिखवा दे । और अगर कमिटमेंट वाले लोग मिल जाये तो व्यवस्था बदलना कोई ज्यादा बड़ी बात नहीं है। हमने तो दुनिया में देखा है मुठी भर लोगो ने व्यवस्था बदली है