पानी और बर्तन का ये अधभुत विज्ञानं आपको कोई नहीं बताएगा- किस मौसम में कौन सा पानी पिए

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नमस्कार दोस्तों, आपका एक बार फिर से हमारी वेबसाइट में बहुत बहुत स्वागत है. यहाँ आपको राजीव जी के बताये घरेलू नुस्खे एवं औषधियां प्राप्त होंगी. तो दोस्तों आज की हमारी चर्चा का विषय है कि किस मौसम में कौन-से बर्तन में पानी पीना ठीक रहता है. गर्मियों का सीजन शुरू होता है होली के बाद से और बारिश के पहले दिन तक मिट्टी के बर्तन में रखे हुए पानी को ही पीना अच्छा रहता है. रात हो या दिन हमेशा जब बारिश शुरु हो जाती है तो उस दिन से लेकर बारिश के अंतिम दिन तक तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना हमेशा अच्छा रहता है.

इसके बाद जब बारिश खत्म होती है तब जाकर सर्दियां शुरु होती है. उस दिन से लेकर फिर होली के दिन तक सोने के बर्तन में रखा हुआ पानी सबसे अच्छा होता है. अब सवाल ये उठता है कि भाई सोने के बर्तन कहां से आएंगे इतनी महंगाई के जमाने में? तो जवाब है कि आप कोई भी बर्तन रख लीजिए उसमें एक सोने की अंगूठी डाल दीजिए या फिर सोने की एक चैन डालकर छोड़ दीजिए.

इससे आपको कुछ फायदा होगा ही पर नुकसान बिलकुल नहीं होगा. सोना बहुत गर्म धातु है और चांदी बहुत ठंडी. तो गर्मियां है तो सोने का पानी जहर है लेकिन वहीं पानी अमृत है जब ठंड का मौसम है. तो ठंड के समय में सोने की अंगूठी में पड़ा हुआ पानी इस्तेमाल करें. राजीव जी ने बताया की वह इस पानी को मेडिसिन के रूप में इस्तेमाल करते हैं. जिनको चक्कर आते हैं, हाथ-पैर टेढ़े हो जाते हैं, मिर्गी के मरीज हैं, जिनको मेंटल डिप्रेशन बहुत होता है, ये सोने का बर्तन उनके लिए सबसे बेस्ट मेडिसिन है. जिनको हमेशा बुरे-बुरे विचार आते रहते हैं कि “अभी मैं मर जाऊंगा”, “अभी वह मर जाएगा” या ऐसा कुछ भी जो पॉजिटिव नहीं है तो उनके लिए भी ये सोने के बर्तन में रखा पानी बेस्ट मेडिसिन है.

जिनको कभी भी अच्छी नींद नहीं आती या रात में वह हमेशा शिकायत करते हैं कि वह सोये नहीं, उनके लिए भी ये बेस्ट मेडिसिन है. जिनका माइंड कभी डेवलप नहीं हो पाया, बहुत बार ऐसा होता है ना कि इन्सान का शरीर बढ़ जाता है, लेकिन माइंड बच्चे का ही रहता है. ऐसे बहुत सारे केस आपके जीवन में आ सकते हैं उनके लिए बेस्ट मेडिसिन है सोने के बर्तन में रखा हुआ पानी.

और आखिरी बात कह दूं के हर बीमारी की बेस्ट मेडिसिन है सोने के बर्तन में रखा हुआ पानी. भले वो कफ हो या सर्दी हो या फिर खांसी-जुकाम, माइग्रेन है तो उनके लिए भी ये बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. 4 महीने जब सर्दियां है तो सोने के बर्तन में रखा पानी पिए और 4 महीने जब गर्मी है तो मिट्टी के घड़े का पानी पीये. और 4 महीने जब बारिश है तो तांबे के बर्तन का पानी पीना है.

पानी पीने का सबसे अच्छा तरीका है सबसे पहले गर्म कर लें या उबाल लें, फिर उसको रुम टेंपरेचर पर ठंडा हो जाने दीजिए. उसके बाद उसको बर्तन में डाल दीजिए चाहे वह मिट्टी का बर्तन हो चाहे तांबे का हो या फिर सोने का हो. फिर उसी को दिनभर पीते रहिए हर समय गर्म करके पीने की जरूरत नहीं है एक बार गर्म करके रूम टेंपरेचर पर ठंडा कर दीजिए फिर उसको किसी भी बर्तन में डालकर सवेरे से शाम तक यूज करते रहिए.

अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गयी विडियो देखना ना भूलें.