अगर आप शॉपिंग मॉल में कपड़े खरीद कर ट्रायल रूम (चेंजिंग रूम) में बदलने जा रहे हैं या फिर बाथरूम में नहाने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाइए। इन जगहों पर आप देख लीजिए कि कहीं वहां पर वीडियो रिकार्डिंग वाला एलईडी बल्ब तो नहीं लगा है। क्योंकि बाजार में इस समय खुफिया कैमरे वाले एलईडी बल्ब बिक रहे हैं जो रोशनी के साथ आप की हरकत को रिकार्ड कर लेते हैं।
बाजार में इन वीडियो रिकार्डिंग वाले एलईडी बल्ब को गुपचुप तरीके से बेंचा जा रहा है। इन एलईडी बल्ब में आगे की तरफ लगे छोटे-छोटे कई बल्बों के बीच में एक खुफिया कैमरा लगा होता है। बल्ब के पिछले हिस्से में डिवाईस फिट रहती है। बल्ब के बीच वाले हिस्से में ऊपर की तरफ मेमोरी कार्ड भी लग जाता है जो वीडियो के साथ ही बातचीत को भी अपनी मेमोरी मे स्टोर कर लेता है।
गुपचुप तरीके से की जाती है बिक्री
सूत्रों के मुताबिक, खुफिया कैमरा लगे इन वीडियो रिकार्डिंग वाले एलईडी बल्ब की राजधानी के नाका मार्केट में भरमार है। इसके अलावा यह बल्ब कई इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों पर भी उपलब्ध है। लेकिन इन बल्बों की बिक्री किसी जान पहचान वाले को ही की जाती है। सूत्रों के मुताबिक इन कैमरों की खरीदारी होटल वाले अधिक कर रहे हैं।
पकड़े जाने पर होगी कार्यवाई
इस संबध में डीआईजी रेंज लखनऊ आरकेस राठौर ने बताया ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं अाया है अगर कोई लिखित शिकायत आयेगी तो निश्चित कठोर कार्यवाई की जाएगी। आप को बता दें ऐसा करने वालों पर आईपीसी की धाराओं 354-सी (दर्शनरति या ताकझांक), 509 (निजता में दखल) और आईटी कानून की धारा 66-ई (व्यक्ति की सहमति के बिना गोपनीय हिस्से की तस्वीर उतारना या प्रकाशित करना) के तहत कार्यवाई की जा सकती है जिसमें तीन से सात साल तक की सजा और जुर्माने का भी प्रावधान है।
स्मृति ईरानी भी हो चुकीं शिकार, ऐसे बरतें सावधानी
वैसे तो इन खुफिया कैमरे लगे बल्बों को पहचानने में काफी परेशानी होती है। लेकिन अगर आप बाथरूम या चेंजिंग रूम में जा रहे हैं तो अपने फोन से किसी को कॉल करके देख लीजिए। अगर उस जगह पर ऐसा बल्ब लगा होगा तो अवाज ईको (खरखराहट) करने लगेगी। आप को बता दें पिछले साल 3 अप्रैल 2015 को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गोवा के एक शोरूम फैब इंडिया के चेंजिंग रूम में एक हिडेन कैमरा पकड़ा था। इस मामले मे चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।