मामूली इनडाइजेशन या गैस्ट्रिक प्रॉब्लम होने पर घर में मौजूद होम रेमेडीज या चटपटी हाजमे की गोलियां काफी फायदेमंद होती हैं. बाजार में कई नामों से उपलब्ध इसी तरह की हाजमे की गोलियां अगर घर पर ही बनाकर रख ली जाएं तो न केवल पैसों की बचत होगी बल्कि शुद्धता और केमिकल फ्री होने की भी गारंटी रहेगी.
आयुर्वेद में क्या है हाजमे का इलाज?
कई आयुर्वेदिक ग्रंथों में हाजमे के लिए चूर्ण या गोलियां बनाने की विधि बताई गई है. इन्हें घर पर भी बनाया जा सकता है. ये आयुर्वेदिक गोलियां न केवल हाजमा दुरुस्त रखती है बल्कि सिगरेट और गुटके की तलब को भी दूर करती है. जानिए हाजमे की इन गोलियों को घर पर बनाने का नुस्खा साथ ही इसके फायदे…
आवश्यक सामग्री >>
सौंठ, सौंफ, सफ़ेद मिर्च और आंवला पाउडर – आधा आधा चम्मच, दालचीनी पाउडर – एक चम्मच, पिसी मिश्री और काला नमक – 2-2 चम्मच, पकी इमली का गूदा – 3 चम्मच, सफ़ेद जीरा – 50 ग्राम, मिक्स करने के लिए नींबू का रस और पीसी हुयी शक्कर ऊपर से डालने के लिए
बनाने का तरीका >>
सभी चीजों को बारीक़ पीसकर मिक्स कर लें. इसमें इतना नींबू का रस मिलाएं कि आते जैसा सानकर गोलियां बनाई जा सके.
कैसे करें स्टोर >>
गोलियां बनाकर उन पर पीसी हुयी शक्कर बुरकें ताकि वे आपस में चिपकें नही. छाया में सुखाकर साफ़ हवाबंद डिब्बे में स्टोर करें.
कैसे खाएं >>
गैस या इनडाईजेशन होने पर एक गोली खाकर गुनगुना पानी पी लें. सिगरेट या तम्बाकू की तलब होने पर एक या दो गोलियां चूसें.
हाजमे की गोली के फायदे >>
गैस्ट्रिक प्रॉब्लम – यह आयुर्वेदिक गोली पेट में रुकी हुयी गैस को रिलीज़ करती है. पेट फूलने की प्रॉब्लम दूर होती है.
इनडाईजेशन – हज्मी यानि इनडाईजेशन की प्रॉब्लम होने पर यह गोली गुनगुने पानी के साथ लेने पर फायदा होता है.
मितली आना – मिचलाने या उलटी का मन होने पर एक गोली को मुँह में रखकर चूसने से फायदा होता है.
पेट दर्द – गैस या इनडाईजेशन के कारण होने वाले पेट दर्द में यह गोली गुनगुने पानी के साथ लेने से फायदा होता है.
सिगरेट की तलब – सिगरेट, गुटका या तम्बाकू की तलब होने पर यह गोली मुँह में रखकर चूसने से तलब शांत होती है.