मखाना, जिसे आप फॉक्स-नट के नाम से भी जानते हैं। नवरात्रि में ज्यादातर महिलाएं इसे खाना पसंद करती हैं क्योंकि एक तो इससे पेट भर जाता है दूसरा आपको कई तरह के पोषक तत्व भी मिल जाते हैं। जी हां मखाना भारत में प्राचीन काल से ही व्रत व धार्मिक त्योहारों में इस्तेमाल होने वाला फूड है। यह बाजार में आसानी से उपलब्ध होता है।
परंतु क्या आप जानते हैं, यह पौष्टिक तत्वों में ड्राई फ्रूट में बादाम और अखरोट से भी अच्छा होता हैं। जी हां मखाने में मैग्नीशियम, पोटेशियम और फास्फोरस अधिक मात्रा में पाए जाते है। यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन और जिंक का भी एक अच्छा स्रोत हैं। जबकि इसमें सैचुरेटेड फैट, सोडियम और कोलेस्ट्रॉल जैसे तत्व बहुत ही कम होते है। मखाना में फाइबर भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। और इसका इस्तेमाल मेडिसिन और डिश में भी किया जाता है।
जी हां ये तो हम सभी जानती हैं कि नवरात्रि में ड्राई फ्रूट खाना हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है। बादाम, अखरोट, पिस्ता, काजू और किशमिश खाने के फायदों के बारे में तो आपने सुना होगा लेकिन क्या आपको मखाना खाने के फायदों के बारे में जानकारी है? और क्या आप जानती हैं कि जरूरत से ज्यादा मखाने खाने से आपकी हेल्थ को नुकसान भी हो सकता है? अगर नहीं तो आइए डाइटिशियन न्यूट्रिशनिस्ट राधिका से इसके फायदों और नुकसान के बारे में जानते हैं।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करें
पोटेशियम से भरपूर और कम मात्रा में सोडियम होने के कारण यह हाई ब्लडप्रेशर से परेशान महिलाओं लिए बहुत अच्छा होता है। जी हां ये ब्लड सर्कुलेशन सही करके ब्लड के प्रेशर को कम करता है और हाई बीपी से राहत दिलाता है। यह मानव शरीर के सही ब्लड प्रेशर लेवल को बनाए रखने और कंट्रोल करने में भी अच्छा है।
तनाव कम
मखाने के सेवन से तनाव दूर होता है और अनिद्रा की समस्या भी दूर रहती है। रात को सोने से पहले दूध के साथ मखानों का सेवन करें और खुद फर्क महसूस करें।
जोड़ों का दर्द दूर
मखाने में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। इनका सेवन जोड़ों के दर्द, गठिया जैसे मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।
पाचन में सुधार
मखाना एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो सभी आयु वर्ग के लोगों को आसानी से पच जाता है। इसके अलावा फूल मखाने में एस्ट्रीजन गुण भी होते हैं जिससे यह दस्त से राहत देता है और भूख में सुधार करने के लिए मददगार है।
किडनी को मजबूत
फूल मखाने में मीठा बहुत कम होने के कारण यह स्प्लीन को डिटॉक्सीफाइ करता है। किडनी को मजबूत बनाने और ब्लड को बेहतर रखने के लिए खानों का नियमित सेवन करें।
एंटी एजिंग भी है यह सुपरफूड
मखाने में मौजूद फ्लेवोनाइड्स एंटी-ऑक्सीडेंट होता है। यह फ्री रेडिकल्स से लड़ता है और एंटी एजिंग प्रोसेस को धीमा करता है। जी हां मखाने खाने से उम्र बढ़ने के लक्षण जैसे झुर्रिया और बालों को सफेद होना कम होता है।
वजन घटाने के लिए
इसमें उच्च फाइबर और फैट कम होता है। इसके अलावा, क्योंकि मखाने को ग्लिसेमिक इंडेक्स में कम माना जाता है, इसलिए यह आपको पूर्ण होने की भावना देते है और यहां तक कि वजन घटाने मे भी मदद करते है। मखाना में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है, जो आपके बॉडी फैट को कम करने में मदद करता है। नियमित रूप से एक कटोरे मखाने को स्नैक के तौर पर खाने से वजन कम हो सकता है।
हार्ट के लिए फायदेमंद
मखाने में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम होता है। मैग्नीशियम ब्लड, ऑक्सीजन और अन्य पोषक तत्वों के सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। मैग्नीशियम और फोलेट की पोषण संबंधी सामग्री कोरोनरी हार्ट डिजीज और अन्य हार्ट संबंधी प्रॉब्लम्स से जुड़े जोखिम को कम करती है।
अच्छी नींद का वरदान
यह अनिद्रा संबंधी प्रॉब्ल्म्स का प्रभावी ट्रीटमेंट हैं। यह स्ट्रेस को दूर कर एक शांतिपूर्ण निंद्रा दिलाने में सहायक है। इसमें शान्ति के गुण पाएं जाते हैं जो बेचैनी व घबराहट को भी कम करने में लाभदायक हैं। मखाना एक प्राकृतिक शामक है जो अनिंद्रा को दूर रखता है। मखाने का सेवन करने से आपकी नर्वस को आराम मिलता है और आपको बेहतर नींद आती है। यह ब्लड वेसल्स की प्रसार प्रक्रिया में भी मदद करते हैं और अच्छा महसूस करवाने में मदद करते हैं, ऐसा isoquinoline alkaloids की उपस्थिति के कारण होता है।
लूज मोशन का इलाज
लूज मोशन होने पर अक्सर मेरी मां मुझे कच्चे मखाने खाने के लिए कहती हैं। और इसे खाने के बाद सच में लूज मोशन ठीक हो जाते हैं। जी हां मखाने में एक ऐसा गुण होता है जो लूज मोशन को ठीक करने में मदद करता है। घी में भुने हुए मखाने खाने से दस्त में लाभ मिलता है। अगर आप लंबे समय तक दस्त से पीड़ित हैं, तो मखाना खाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में कास्टिक गुण होते हैं जिन्हें लूज मोशन को ठीक करने में और भूख बढ़ने में फायदेमंद माना जाता है।