इंसानों के ये गुमान हो चुका है कि पृथ्वी पर हमारा वर्चस्व है, हर जगह हमारा सिक्का चलता है. जहां हमने पांव रख दिया, उसपर पहला हक़ हमारा हुआ. लेकिन हमें ये याद रखना चाहिए कि हम यहां यात्री की हैसियत से ही हैं, जिस दिन प्रकृति का का मन बिगड़ा हमें हमारी औकात याद दिला देगी- ऐसा कई मौकों पर कर भी चुकी है.
बड़े हादसाओं पर न भी जाएं तो हमें इन तस्वीरों को देख कर यह समझ लेना चाहिए कि प्रकृति जब चाहे तब अपना अधिकार वापस जमा सकती है-
1- यह पेड़ लोहा खा जाने की ताकत रखता है, हालांकि किसी ने आंखें लगा कर इसे फ़नी बना दिया है.
2- नॉर्वे में एक वीरान पड़ा हुआ घर.
3- यह कभी एक अपार्टमेंट हुआ करता था.
4- भगवान बुद्ध की इस मूर्ती पर अब पेड़ों का कब्जा है.
5- Namibia के इस घर में पहले आतंकवादियों का बसेरा था, अब रेगिस्तान का है.
6- बंद पड़ी इस चिमनी के टॉप पर पेड़ निकल आया है.
7- मैंने पेड़ को स्टॉप साइन खाते देखा है.
8- बीच सड़क पर साइकल का ये हाल!
9- चीन में ये ट्रेन अब पेड़ चलाते हैं.
10- कुछ सालों तक एस्कलेटर बंद पड़े रहने से हरे-भरे हो गए.
11- कब्र पर खड़े जीवित पेड़.
12- जापान में एक मंदिर.
13- ऑस्ट्रेलिया में यह नाव वीरान पड़ा था.
14- अब ये कार कहीं नहीं जाने वाली.
15- यक़ीन मानिए, यह सड़क पहले पक्की हुआ करती थी.
16- कंक्रीट के जंगल हमेशा नहीं रहेंगे.
17- इन जालियों की क्या मजाल जो ये पेड़ को बढ़ने से रोक दे.
18- परमाणु हादसे की वजह से Chernobyl शहर को पूरी तरह से ख़ाली कर दिया गया था.
19- यहां कुछ तो लिखा हुआ था!
20- ऑफ़िस के फ़र्श पर कारपेट नहीं बिछा हुआ है.
जब तक हम यहां हैं, तभी तक हमारी कहानी भी यहां है…
source – Scoopwhoop