इस बुजुर्ग ने किया 29 साल की मेहनत से असंभव को किया संभव

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मलीहाबाद: उत्तर प्रदेश के मलीहाबाद में एक ऐसा शख्स है जिसका कारनामा किसी अजूबे से कम नहीं है! पदमश्री सम्मान हासिल कर चुके हाजी कलीम उल्लाह ख़ान ने एक ऐसा अजूबा करके दिखया है जिस पर शायद कोई आम आदमी यकीन भी ना करे !

हाजी कलीम उल्लाह ख़ान के 14 एकड़ के बाग़ में एक ही पेड़ पर 300 तरह के आम लगते हैं! हाजी कलीम उल्लाह ख़ान के बाग़ का यह पेड़ 100 साल से भी पुराना लेकिन 1987 से हाजी कलीम उल्लाह ख़ान ने इसकी कलमबन्दी शुरू की और आज इस पेड़ पर 300 से ज़्यादा किस्म के आम आते हैं!

Kaleem-Ulah-Khan-Mango-Man

मज़े की बात ये है कि हाजी कलीम उल्लाह ख़ान ने इनमे से कुछ किस्म के नाम अपने परिवार के लोगों के नाम पर भी रखे हैं, और हाजी कलीम उल्लाह ख़ान हर एक किस्म को अच्छे से पहचानते हैं और नाम भी जानते हैं!

हाजी कलीम उल्लाह ख़ान अपने इस अजूबे के साथ साथ क्रिकेट के भी बड़े प्रेमी हैं और अपने नए किस्म के आम का नाम सचिन तेंदुलकर रखा है! हाजी कलीम उल्लाह ख़ान के बाग़ में एक आम का नाम अनारकली है जिसमे संतरे की तरह दो परत होती हैं! हाजी कलीम उल्लाह ख़ान के इस बाग़ में देशी विदेशी हज़ारों लोग हर साल घूमने आते है! हाजी कलीम उल्लाह ख़ान बिना पढ़े लिखे है लेकिन वो दुनिया को कुछ अलग देना चाहते हैं जिसमे उन्हें कामयाबी भी हासिल हुई है!