मसालों का नाम सुनते ही सबके मुंह में पानी आ जाता है। मसालों को किचन का बादशाह कहा जाता है। लेकिन अगर आप सिर्फ समझते हैं कि रसोई में मौजूद मसाले सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं तो ये आपकी गलत फहमी है। क्योंकि मसाले स्वाद के साथ साथ ताकतवर दवाओं का भी काम करते हैं, मसाला शब्द मलेशिया से आया है, भारत में रसोई में प्रयोग होने वाली सभी चीजो को औषधि कहा जाता था।
पेट दर्द के लिए
पेट दर्द के लिए एक चम्मच शुद्ध घी में हींग मिला कर पीने से काफी आराम मिलता है। एक-एक चम्मच पुदीने और नींबू के रस में आधा चम्मच अदरक का रस और थोड़ा-सा काला नमक मिला कर पीने से भी आराम मिलेगा। इसके अलावा सेंधा नमक मेें एक-दो ग्राम अजवाइन की सूखी और पिसी पत्तियां खाने से पेट दर्द में राहत मिलती है।
दांत दर्द के लिए
दांत दर्द के लिए लौंग से अच्छी दवा शायद ही कोई होगी। नमक और काली मिर्च के एक-चौथाई चम्मच मिश्रण में कुछ बूंद पानी मिला कर लगाने से भी फायदा होता है। इसके अलावा अजवायन की पत्ती का तेल लगाने से भी दांत के दर्द में राहत मिलती है। अगर आपके पास और कोई विकल्प नहीं है तो आप कच्चे प्याज के टुकड़े को कम से कम 3 मिनट तक चबा सकते हैं। काफी आराम मिलेगा।
सिर दर्द के लिए
सिर दर्द अधिकतर लोगों की समस्या होती है। इसके निदान के लिए दालचीनी को पानी के मिलाकर बारीक पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को अपने माथे पर लगाकर छोड़ दें। यकीन मानिए दालचीनी मसाला सिर दर्द करने के लिए दवा से भी अच्छा मसाला है। इसके अलावा 10-20 ग्राम तुलसी के पत्ते चबाने से या एक कप पानी में काढ़ा बना कर पीने से भी सिर दर्द में बहुत फायदा मिलता है।
खांसी-जुकाम के लिए
खांसी-जुकाम के लिए अगर आपको तरह-तरह के सिरप और दवाओं का इस्तेमाल कर के भी कोई आराम नहीं है या फिर आप जुकाम जैसी सामान्य बीमारी के लिए दवा लेना नहीं चाहते हैं तो आप काली मिर्च और लौंग का सेवन कर सकते हैं। ये दो किचन के ऐसे मसाले हैं जो खांसी-जुकाम सही करने के लिए दवाओं से भी जल्दी असर करते हैं।