सीख रहे हैं कार चलाना, तो ये 5 टि‍प्सर आपको मास्टर बना देंगे

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अगर आपने हाल ही में कार चलाना शुरू कि‍या है या आप कार चलाना सीख रहे हैं तो आपको कुछ बेसि‍क बातों को ध्यान में रखना चाहि‍ए। अगर आप ड्राइविंग करते हुए इन चीजों को याद रखेंगे तो आप भी एक एक्सपीरि‍यंस ड्राइवर की तरह कार चलाने लगेंगे। चाहे कार सीखने वाला हो या एक्सकपर्ट, कुछ बातों को हमेशा याद रखना ही पड़ता है। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ टि‍प्स। बता रहे हैं जो आपके काम आएंगे।

कैसे फैसला करें कि‍ आगे वाली कार कि‍तनी दूर है

जो कार आप चला रहे हैं और जो कार आपसे आगे चल रही है, उसके बीच की दूरी को कैसे तय करें। यह एक कॉमन इश्यू  है जो हर कार चलाने और सीखने वाले के सामने आता है। तय पता करना मुश्किल होता है कि‍ सही दूरी कि‍तनी है। जब कोई कार एक सुरक्षि‍त दूरी पर आपसे आगे है तो आपको सड़क की स्ट्रीयप को देखना चाहि‍ए। सड़क की स्ट्रीप को आपकी कार और आगे वाली गाड़ी के बीच में देखें।

जब आपके आगे वाली कार रुकी हो या धीमी गति‍ से चल रही हो तो यह सुनि‍श्चि्‍त करें कि‍ आपकी कार और आगे वाली कार के बीच मौजूद सड़क की स्ट्रीप हर वक्त दि‍खती रहे। इससे आप दोनों के बीच का अंतर समझ जाएंगे और अगर स्ट्रीप नहीं दि‍खती है तो समझ लें कि‍ आपको ब्रेक लगानी है। यह काफी आसान और प्रभावशाली है।

कार मोड़ते समय देखें…

कार को मोड़ते समय अकसर आपको बि‍जली का खंबा या टेलीफोन पोल या पेड़ सड़क के कि‍नारे मि‍लता है जोकि‍ बि‍ल्कुल कोने पर 90 डि‍ग्री टर्म पर रहता है। बि‍ना टकराए या रगड़ाए कार को मोड़ना है तो पोल या पेड़ से थोड़ दूर से ही टर्न करें। यही बात मॉल, ऑफि‍र आदि‍ की पार्किंग में भी काम आती है जहां पि‍लर लगे रहते हैं।

इनर रीयर व्यू् और विंग मि‍रर का करें यूज

जब आप कार चलाना सीखना शुरू करते हैं तो ज्यादातर लोग आगे सड़क पर ज्यादा फोकस करते हैं और अगल-बगल को देखना भूल जाते हैं। अचनाक दांए या बांए से आने वाली गाड़ी से सीखने वाले का ध्यान भटक जाता है और वह एक्सीैडेंट कर देता है। इससे बचने के लि‍ए हमेशा इनर रीयर व्यून मि‍रर और विंग मि‍रर को चेक करते रहें। ऐसे कि‍सी ड्राइविंग स्कूल न चुने जो बि‍ना विंग मि‍रर से कार चलाना सीखाते हैं।

कार को रीवर्स करते वक्त …

कार को रीवर्स करते वक्त आपको पीछे देखने या सि‍र को बाहर नि‍कालने की वजह हमेशा मि‍रर्स का इस्तेमाल करना सीखना चाहि‍ए। हालांकि‍, जहां बेहद नजदीकी मामला है और आपके मन में कोई शक है तो शीशे नीचे कर बाहर देख सकते हैं कि‍ कोई चीज कि‍तनी दूर है। इसमें कोई बुराई नहीं है। बंपर को नुकसान पहुंचाने से बेहतर है कि‍ आप चेक कर लें।

कैसे बैठना है जरूरी

सही सीटिंग पोजि‍शन बेहद जरूरी है। एक्सुपीरि‍यंस ड्राइवर्स भी सही ढंग से नहीं बैठते हैं और कम्फार्ट और कंट्रोल कम रहने की वजह से दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। सुनिश्चि्‍त करें कि‍ आपकी कमर सीधी है। सीट पोजि‍शन ऐसी होनी चाहि‍ए जहां से आप सभी जगह आसानी और आराम ने देख सकते हैं।

कुछ अन्य जरुरी टिप्स >>

1- अपनी कार के बारे में पूरी जानकारी रखें

ड्राइव शुरू करने से पहले आपको अपनी कार के बारे में पूरी जानकारी रखनी चाहिए। सबसे पहले कार के गियर एडजस्टमेंट के बारे में जान लें। साथ ही क्लच और ब्रेक पर भी ध्यान देना जरूरी है। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि तेज़ रफ्तार में कभी भी अचानक लोअर गियर या रिवर्स गियर का इस्तेमाल ना करें। स्पीड के मुताबिक कार की गियर को शिफ्ट करते रहें और रिवर्स करने के लिए पहले कार को पूरी तरह से रोक लें, तब ही रिवर्स गियर लगाएं।

2- ड्राइव करते वक्त दिमाग शांत रखें

कभी भी तनाव में ड्राइव ना करें। ड्राइव करते वक्त दिमाग शांत रखें। बिगड़े मूड से ड्राइव करने से मामला बिगड़ सकता है। गाड़ी चलाते वक्त ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह पालन करें।

3- ध्यान ना भटकने दें

ड्राइवर सीट पर बैठने के बाद काफी एकाग्रता की जरूरत होती है। सबसे पहले कार की रियर व्यू मिरर को अपने मुताबिक एडजस्ट कर लें। सीट बेल्ट जरूर लगाएं। अपना ध्यान बिल्कुल ना भटकने दें। इन दिनों ट्रैफिक जाम की समस्या काफी ज्यादा है, ऐसे में कार को बिल्कुल सावधानीपूर्वक चलाएं। ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह पालन करें। एक सेकेंड का भी भटकाव दुर्घटना का कारण बन सकता है इसलिए ड्राइव करते समय मोबाइल फोन का प्रयोग बिल्कुल ना करें। शराब पीकर गाड़ी चलाना जानलेवा साबित होता है इसलिए ऐसा कतई ना करें। नए ड्राइवर को चलती गाड़ी में खाना, पीना, ज्यादा बातें करना और तेज़ आवाज़ में म्यूज़िक सुनने से बचना चाहिए।

4- स्टीरिंग को सही तरह से पकड़ें

हालांकि स्टीयरिंग को पकड़ने का कोई खास तरीका नहीं होता, लेकिन इस बात का ख्याल रखें की स्टीयरिंग व्हील पर आपका कंट्रोल पूरी तरह हो। ज्यादातर रिसर्चर का मानना है कि ‘9 o’clock और 3 o’clock’ पोजिशन सबसे बेहतरीन होता है। स्टीयरिंग पर कंट्रोल होना बहुत ज़रूरी है, इसका ध्यान हमेशा रखें।

5- टर्न करने से पहले सिग्नल दें

टर्न इंडिकेटर का सही इस्तेमाल करना बेहद ज़रूरी है। कहीं भी रुकने या मुड़ने से पहले पीछे और आगे से आ रही गाड़ी को टर्न इंडिकेटर के माध्यम से इशारा करना जरूरी होता है। टर्न इंडिकेटर को नियमित इस्तेमाल में लाएं। इसकी मदद से दुर्घटना से बचा जा सकता है।

6- गाड़ी तेज़ ना चलाएं

कई बार देखा गया है कि कई नए ड्राइवर गाड़ी काफी तेज़ चलाने लगते हैं। नए ड्राइवर को इससे बचना चाहिए। जब तक पूरी तरह से आत्मविश्वास ना आए तब तक गाड़ी की स्पीड धीमी ही रखें। वैसे भी तेज़ ड्राइविंग दुर्घटना का कारण बनती है, इसलिए गाड़ी तेज़ चलाने से बचें।

7- सामने वाली गाड़ी से दूरी बनाएं रखें

हमेशा अपने आगे चल रही दूसरी गाड़ियों से उचित दूरी बनाएं रखें। कई बार आगे चल रही गाड़ी अचानक रुक या मुड़ सकती है, ऐसे में आपको भी अपनी गाड़ी अचानक रोकनी पड़ सकती है। सुरक्षा के लिए ऐसा किया जाना बेहद ज़रूरी है।

8- बिना मतलब हॉर्न ना बजाएं

हॉर्न अपने आसपास और गाड़ी के सामने चल रहे लोगों को अलर्ट करने के लिए बजाया जाता है। कभी भी बिना मतलब हॉर्न ना बजाएं। इससे कई लोगों को परेशानी होती है। खासकर हॉस्पिटल के आसपास और ‘नो हॉर्न’ वाले क्षेत्र में हॉर्न का इस्तेमाल कतई ना करें।